मथुरा में आज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा ने जब प्रवेश किया… माहौल पूरी तरह बदल गया। मंच पर आते ही उन्होंने घुसपैठियों को कड़ी चेतावनी देते हुए साफ कहा— भारत कोई धर्मशाला नहीं, यह एक राष्ट्र है… और इस देश में रहना है तो कायदे में रहना होगा, तभी फायदे में रहोगे।
उन्होंने देश के मुसलमानों से भी भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि अपने युवाओं को आतंकवादी डॉक्टर नहीं… अब्दुल कलाम जैसा बनाइए।
और फिर उनके शब्दों ने भीड़ में बिजली-सी दौड़ा दी जब उन्होंने कहा— यह देश बाबर का नहीं, रघुवर का है।
इसी बीच ये पदयात्रा लगातार सुर्खियों में बनी हुई है… क्योंकि देशभर से बड़े-बड़े सेलेब्रिटी और संत इसमें शामिल हो रहे हैं। शनिवार को एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी और एक्टर राजपाल यादव भी इस यात्रा का हिस्सा बने। इससे पहले देशभर के संत, कथावाचक और हजारों लोग इस यात्रा में कदम से कदम मिलाते दिखे।
“हिंदू एकता पदयात्रा” की शुरुआत 7 नवंबर को दिल्ली से हुई थी और 16 नवंबर तक चलने वाली यह यात्रा अब अपने आखिरी पड़ाव मथुरा में पहुँच चुकी है। दिल्ली से वृंदावन तक करीब 150 किलोमीटर का सफर तय करते हुए यह यात्रा 10 दिनों में तीन राज्यों से गुज़री। इस पूरे अभियान का उद्देश्य— हिंदुओं को एकजुट करना— बताया गया है।
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