डॉ. रामविलास वेदांती का निधन, सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि, कहा— सनातन संस्कृति के लिए अपूरणीय क्षति

पूर्व सांसद और सुविख्यात संत डॉ. रामविलास वेदांती जी महाराज के निधन से संत समाज और राजनीतिक जगत में शोक की लहर फैल गई है। राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रमुख स्तंभ रहे डॉ. वेदांती ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए दशकों तक तप, त्याग और संघर्ष का मार्ग चुना और रामभक्तों को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए एक्स पर लिखा कि श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के प्रमुख संत, पूर्व सांसद और अयोध्या धाम स्थित वशिष्ठ आश्रम के पूज्य संत डॉ. रामविलास वेदांती जी महाराज का गोलोकगमन आध्यात्मिक जगत और सनातन संस्कृति के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका जाना एक युग का अवसान है और धर्म, समाज व राष्ट्र की सेवा को समर्पित उनका त्यागमय जीवन सदैव प्रेरणा देता रहेगा।

सीएम योगी ने प्रभु श्रीराम से प्रार्थना करते हुए कहा कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान मिले और शोक संतप्त शिष्यों एवं अनुयायियों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्राप्त हो।

डॉ. रामविलास वेदांती का जन्म 7 अक्टूबर 1958 को हुआ था और वे राम मंदिर आंदोलन के शुरुआती दौर से ही जुड़े रहे। वे 12वीं लोकसभा के सदस्य रहे और प्रतापगढ़ क्षेत्र से भगवान राम के नाम पर चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। मंदिर आंदोलन को नई धार देने के चलते उन्हें राम जन्मभूमि न्यास के कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी।

डॉ. वेदांती ने न केवल जनजागरण के माध्यम से रामभक्तों को संगठित किया, बल्कि न्यायालय में भी सत्य और आस्था के पक्ष में निर्भीक होकर अपनी गवाही दी। उनका पूरा जीवन संतत्व, राष्ट्रभक्ति और धर्म के प्रति अटूट समर्पण का जीवंत उदाहरण बनकर हमेशा स्मरण किया जाता रहेगा।

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