ड्रोन तकनीक कार्यशाला एवं एक्सपो 2025: सीएम डॉ मोहन बोले- टेक्नोलॉजी के दम पर हमने दिन नहीं, घंटे नहीं, हमने मिनटों में दुश्मन को घर में घुसकर मारा

भोपाल। भोपाल के विज्ञान भवन में आज एक शानदार नज़ारा देखने को मिला — ड्रोन तकनीक कार्यशाला और एक्सपो 2025 की शुरुआत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मां सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित करके की। यह दो दिवसीय कार्यक्रम है, जिसमें देशभर से युवा, शोधकर्ता, उद्योगपति और टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स जुटे हैं, ताकि ड्रोन तकनीक के भविष्य को और मजबूत दिशा दी जा सके।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने जोशीले संबोधन में कहा — “आज ड्रोन तकनीक सिर्फ कृषि, स्वास्थ्य या उद्योग तक सीमित नहीं है… ये हमारी सुरक्षा का भी एक मजबूत हथियार बन चुकी है। हमने टेक्नोलॉजी के दम पर दिन नहीं, घंटे नहीं… मिनटों में दुश्मन को घर में घुसकर मारा है। यही है भारत की नई ताकत, नई सोच और नई तकनीक।” उन्होंने कहा कि आज ड्रोन सिर्फ निगरानी नहीं कर रहा, बल्कि ‘बाय-बाय’ कहकर भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकता है — यानी अब तकनीक में जान आ गई है!

इस एक्सपो का मकसद है — युवाओं, स्टार्टअप्स और नीति-निर्माताओं को एक ऐसा प्लेटफॉर्म देना, जहां ड्रोन तकनीक के व्यावहारिक, सामाजिक और औद्योगिक उपयोग को और आगे बढ़ाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश इस दिशा में देश का अग्रणी राज्य बनेगा।

कार्यक्रम के दौरान उन्होंने राज्य के स्थापना दिवस की झलक भी दिखाई। उन्होंने बताया कि इस बार 1 नवंबर को मध्य प्रदेश स्थापना दिवस पर बेहद भव्य आयोजन होगा। 2000 से ज़्यादा ड्रोन आसमान में अद्भुत आकृतियाँ बनाएंगे — महाकालेश्वर की प्रतिमा से लेकर सम्राट विक्रमादित्य की गाथा तक। मंच पर मशहूर गायक जुबिन नौटियाल अपनी प्रस्तुति देंगे, और संजीव घोड़े मंच पर दौड़ते नज़र आएंगे।

डॉ. मोहन ने कहा — “1 नवंबर 1956 को बने हमारे मध्य प्रदेश ने आज अद्भुत प्रगति की है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश और प्रदेश नई ऊँचाइयाँ छू रहा है।” उन्होंने बताया कि 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर भी कई विशेष कार्यक्रम होंगे, ताकि नई पीढ़ी को लौह पुरुष के योगदान की याद दिलाई जा सके।

इसी के साथ मुख्यमंत्री ने मां नर्मदा के प्रति आस्था का भी परिचय दिया। उन्होंने कहा कि ओंकारेश्वर में मां नर्मदा को मगरमच्छ समर्पित किए जाएंगे — वन्यजीव संरक्षण और प्रकृति संतुलन की दिशा में यह एक अनोखी पहल है। उन्होंने बताया कि भोपाल में गिद्धों को उड़ान दी गई, चंबल में घड़ियाल छोड़े गए, और अब ओंकारेश्वर में मगर छोड़े जाएंगे — क्योंकि विकास तभी सार्थक है जब प्रकृति भी साथ हो।

कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने संकेत दिया कि राज्य के कर्मचारियों के लिए भी खुशखबरी जल्द आ सकती है — स्थापना दिवस पर 3% डीए बढ़ोतरी और चार महीने के एरियर की घोषणा संभव है।

ड्रोन एक्सपो 2025 ने आज यह साफ कर दिया कि मध्यप्रदेश अब टेक्नोलॉजी की नई उड़ान भरने को तैयार है — जहां आसमान में ड्रोन न सिर्फ आकृतियाँ बनाएंगे, बल्कि विकास की कहानी भी लिखेंगे।

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