इंदौर। मध्य प्रदेश की इंदौर क्राइम ब्रांच ने नकली नोटों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से 500 रुपये के 45 नकली नोट, एक प्रिंटर और नोट छापने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री जब्त की गई है। जांच में सामने आया है कि आरोपी ने सोशल मीडिया पर वीडियो देखकर नकली नोट बनाने की तरकीब सीखी थी और शॉर्टकट से पैसा कमाने के इरादे से इस धंधे में उतरा था।
क्राइम ब्रांच के अनुसार, इस मामले में पहले ही चार आरोपियों ऋषिकेश तोडें, वंश कैथवास, रितेश नागर और अंकुश यादव को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनसे पूछताछ के दौरान सामने आया कि उन्होंने अलग-अलग सीरीज में करीब दो लाख रुपये के नकली नोट तैयार किए थे। इन्हीं की निशानदेही पर फरार चल रहे आरोपी अंकित बुरासी, निवासी बाणगंगा, को पकड़ा गया।
एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पहले चार आरोपियों को पकड़ा गया था और पूछताछ में खुलासा हुआ कि इंस्टाग्राम पर रील देखकर उन्हें नकली नोट बनाने का आइडिया मिला। इसके बाद प्रिंटर और अन्य उपकरणों की मदद से वे फर्जी नोट तैयार करने लगे। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि नकली नोट कहां-कहां खपाए गए और इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है।

