Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के बाद सियासी बयानबाज़ी और तेज़ हो गई है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने मतदान के बीच सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा था — “तवे से रोटी पलटती रहनी चाहिए नहीं तो जल जाएगी, 20 साल बहुत हुआ! अब युवा सरकार और नए बिहार के लिए तेजस्वी सरकार अति आवश्यक है।” लालू के इस तवा-रोटी वाले बयान ने राजनीति में नई आग भड़का दी।
पटना में मीडिया से बात करते हुए बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने लालू यादव पर तगड़ा पलटवार किया। उन्होंने कहा — “जो खुद अपनी पार्टी का तवा नहीं पलट पाए, वो बिहार की रोटी पलटने की बात करते हैं? सालों से एक ही सजायाफ्ता व्यक्ति राजद का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना हुआ है, उसे बदलने की जरूरत नहीं है क्या?” विजय सिन्हा ने कहा कि जिस तवे की रोटी लालू यादव नहीं बदल सकते, उस तवे से बिहार को आज़ाद करने की ज़रूरत है। उन्होंने आगे कहा कि जब तक लालू और तेजस्वी जैसे लोग राजनीति में रहेंगे, तब तक निवेशक बिहार नहीं आएंगे और नौजवानों को रोजगार के अवसर नहीं मिलेंगे।
वहीं, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने भी लालू और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा — “जो लोग जीवन भर चोरी और लूट में शामिल रहे, आज वही लोग हमें नैतिकता सिखा रहे हैं। जिन्होंने बिहार में चारा खाया, आज वही विकास की बात करते हैं। ये वही लोग हैं जिन्होंने 55 साल तक देश को लूटने का काम किया।”
सम्राट चौधरी ने आरक्षण के मुद्दे पर भी कांग्रेस और राजद को घेरा। उन्होंने कहा — “हम आरक्षण की बात करते हैं, लेकिन कांग्रेस और लालू यादव बताएं कि क्या उनके माता-पिता ने आरक्षण दिया था? जब देश में आरक्षण लागू हुआ था, तब भाजपा ने उसका समर्थन किया था, और यही कांग्रेस पार्टी थी जिसने विरोध किया। लालू यादव ने तो महिला आरक्षण बिल को फाड़कर महिलाओं के अधिकारों पर ही हमला किया था।”
लालू यादव के “तवे की रोटी पलटने” वाले बयान पर एनडीए नेताओं के इस तीखे जवाब ने बिहार की सियासत को और गरमा दिया है। अब देखने वाली बात होगी कि महागठबंधन इस सियासी तवे की गर्मी का जवाब किस तरह देता है।

