फ्रांस की राजनीति में इस वक्त जबरदस्त हलचल मची हुई है। महज़ एक हफ्ते के भीतर ऐसा उलटफेर हुआ है, जिसकी किसी ने उम्मीद तक नहीं की थी। हालात ये हैं कि जो व्यक्ति एक हफ्ते पहले प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे चुका था, वही अब फिर से देश का प्रधानमंत्री बन गया है। जी हां, बात हो रही है सेबास्टियन लेकोर्नू की, जिन्हें राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने दोबारा प्रधानमंत्री नियुक्त किया है।
दरअसल, फ्रांस इस समय गंभीर राजनीतिक और आर्थिक संकट से गुजर रहा है। देश की अर्थव्यवस्था डगमगा रही है, कर्ज़ बढ़ता जा रहा है और संसद में लगातार उठापटक चल रही है। ऐसे माहौल में लेकोर्नू की दोबारा ताजपोशी को एक मजबूरी और आखिरी उम्मीद दोनों के रूप में देखा जा रहा है।
लेकोर्नू ने एक हफ्ते पहले ही प्रधानमंत्री पद छोड़ दिया था। राष्ट्रपति मैक्रों ने नए चेहरे की तलाश शुरू की, लेकिन जब कोई सहमति नहीं बन पाई, तो शुक्रवार की रात उन्होंने फिर से लेकोर्नू को प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया। शनिवार को उन्होंने पद संभालते हुए सभी राजनीतिक दलों से अपील की — कि देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए सबको साथ आना होगा।
उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि इस पद के लिए बहुत से उम्मीदवार थे। लेकिन फ्रांस के लिए आर्थिक समाधान निकालना ज़रूरी है, इसलिए मैं लौटा हूं। या तो हम सब मिलकर देश को संभालेंगे, या फिर इसे डूबने देंगे।”
हालांकि, लेकोर्नू खुद भी मानते हैं कि उनकी राह आसान नहीं होगी। संसद में उनकी पार्टी के पास बहुमत नहीं है, विपक्षी दल लगातार हमलावर हैं, और देश का बजट तय करने की अंतिम तारीख नज़दीक है। इसके अलावा, फ्रांस में महंगाई, बढ़ते कर्ज़ और राजनीतिक अस्थिरता ने आम लोगों की परेशानियों को और बढ़ा दिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि सेबास्टियन लेकोर्नू की दोबारा वापसी राष्ट्रपति मैक्रों का अंतिम दांव है। अगर इस बार भी सरकार स्थिर नहीं रह पाती, तो फ्रांस और गहरे संकट में जा सकता है।

