बिहार की सियासत में बयानबाज़ी का दौर तेज़ है, और इसी बीच केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह ने रविवार को महागठबंधन पर बड़ा हमला बोला है। गिरिराज सिंह ने कहा कि अब महागठबंधन सिर्फ कागज़ों पर बचा है, इसकी कोई राजनीतिक अहमियत नहीं रह गई है। उन्होंने दावा किया कि विपक्ष का यह गठबंधन पूरी तरह बिखर चुका है और इसके भीतर एकजुटता का नामोनिशान नहीं बचा।
गिरिराज सिंह ने कहा कि महागठबंधन अब कोई चीज नहीं रह गया है। एनडीए के खिलाफ अकेले कोई पार्टी लड़ने की ताकत नहीं रखती थी, इसलिए उन्होंने मजबूरी में गठबंधन बनाया। उनका कहना था कि लालू प्रसाद यादव सिर्फ अपने बेटे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस ने आज तक इसे दिल से स्वीकार नहीं किया। इसी वजह से यह गठबंधन भीतर ही भीतर टूट चुका है।
उन्होंने कहा कि दूसरी ओर एनडीए पूरी मजबूती के साथ एकजुट है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में भाजपा, जदयू और अन्य सहयोगी दल मिलकर संगठित तरीके से चुनाव लड़ रहे हैं। गिरिराज सिंह के मुताबिक, बिहार की जनता का भरोसा आज भी एनडीए पर कायम है क्योंकि जनता जानती है कि विकास और स्थिरता का रास्ता यहीं से होकर गुजरता है।
गौरतलब है कि बिहार में विपक्षी दलों — राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस और वाम दलों — के बीच लंबे समय से सीट बंटवारे को लेकर मतभेद की ख़बरें सामने आती रही हैं। कांग्रेस और राजद के बीच कई मुद्दों पर असहमति ने महागठबंधन की एकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गिरिराज सिंह के इस बयान के बाद राजनीतिक माहौल और भी गरमाता नज़र आ रहा है, जबकि एनडीए इसे अपने “मजबूत और स्थिर गठबंधन” की मिसाल के तौर पर पेश कर रहा है।

