Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे सियासी माहौल और गरमाता जा रहा है। एक तरफ जनसभाएं, रैलियां और वादों की गूंज है, तो दूसरी तरफ अब हिंसक घटनाओं ने भी चुनावी समर को और उग्र बना दिया है।
ताज़ा मामला सामने आया है बख्तियारपुर विधानसभा सीट से, जहां लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रत्याशी अरुण कुमार के काफिले पर हमला किया गया। पार्टी प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और RJD पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
चिराग पासवान के मुताबिक, अरुण कुमार के काफिले पर असामाजिक तत्वों ने पथराव किया, गाड़ियों के शीशे तोड़े गए और ड्राइवर को गंभीर चोटें आईं। उन्होंने कहा कि यह हमला विपक्षी मानसिकता को उजागर करता है, जो लोकतंत्र में हिंसा के जरिए डर पैदा करना चाहती है।
मीडिया से बातचीत में चिराग पासवान ने कहा — “RJD और उसके नेता चुनाव जीतने के लिए हर हथकंडा अपनाते हैं। यह हमला इस बात का सबूत है कि विपक्ष नहीं चाहता कि बिहार में दलित और पिछड़े वर्ग के लोग सशक्त हों। जब ये वर्ग आगे बढ़ने की कोशिश करता है, तो इन्हें डराने-धमकाने की साजिश रची जाती है।”
उन्होंने आगे कहा कि बिहार में जंगलराज की वापसी किसी भी कीमत पर नहीं होने दी जाएगी। NDA और LJP (रामविलास) सरकार ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
चिराग ने RJD पर करारा प्रहार करते हुए कहा — “इनके लिए सामाजिक न्याय की परिभाषा सिर्फ एक परिवार तक सीमित है। मुसलमानों को वोट बैंक बनाकर इस्तेमाल किया गया, लेकिन उनके विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। सीट बंटवारे में भी मुस्लिम उम्मीदवारों की हिस्सेदारी सीमित रखी गई।”
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी “बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट” के सिद्धांत पर काम करती है और सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास उनकी राजनीति का मूल मंत्र है।
बख्तियारपुर की यह घटना अब चुनावी मुद्दा बन चुकी है। सवाल यह है — क्या ये हिंसक घटनाएं बिहार के शांतिपूर्ण लोकतंत्र को चुनौती दे रही हैं, या ये किसी बड़े राजनीतिक खेल की बुनियाद हैं?
आने वाले दिनों में इसका जवाब जनता के वोट से ही मिलेगा।

