बिहार चुनाव 2025 की हार के बाद लालू परिवार के भीतर शुरू हुआ विवाद लगातार गहराता जा रहा है। मामला शांत होने के बजाय हर दिन एक नया मोड़ ले रहा है, और अब लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर एक नया वीडियो जारी करके फिर से हलचल मचा दी है। इस वीडियो में रोहिणी एक वरिष्ठ पत्रकार को जमकर सुनाती हुई नज़र आ रही हैं। वीडियो में वे पत्रकार से पूछती हैं कि टीवी इंटरव्यू में उन्होंने जो बातें कही थीं, उनका आधार क्या था? रोहिणी साफ कहती हैं—“मैं अपने मां-बाप के बुलावे पर ही मायके आती हूं, और इस बार मुझे आपके लीडर और बॉस तेजस्वी ने बुलाया था।” उनका यह बयान सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया है।
रोहिणी आचार्य ने इस वीडियो के साथ एक लंबा पोस्ट भी लिखा है। अपने पोस्ट में उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जो लोग लालू यादव के नाम पर राजनीति करना चाहते हैं, उन्हें झूठी हमदर्दी जताने के बजाय अस्पतालों में मर रहे उन गरीब मरीजों को किडनी दान करनी चाहिए जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिता को किडनी देने वाली शादीशुदा बेटी को गलत ठहराने वाले लोग खुले मंच पर उनसे बहस करने की हिम्मत दिखाएँ। रोहिणी ने यहां तक लिख दिया कि जिन्हें एक बोतल खून देने में कमजोरी आने लगती है, वही उन्हें किडनी दान पर ज्ञान दे रहे हैं—यह बेहद शर्मनाक है।
अब बात करते हैं इस पूरे विवाद की जड़ की। चुनावी हार के बाद शनिवार को राबड़ी आवास पर परिवार में जोरदार बहस हुई। इसी विवाद में रोहिणी आचार्य आक्रोशित होकर घर छोड़कर दिल्ली चली गईं। उसी रात उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया—“मैं राजनीति छोड़ रही हूं, और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं… संजय यादव और रमीज ने मुझसे यही कहा था, और मैं सारी जिम्मेदारी खुद ले रही हूं।” उनके इस पोस्ट ने राजनीतिक हलकों में भूचाल ला दिया। इसके बाद एक-एक करके रोहिणी ने तेजस्वी यादव और आरजेडी नेतृत्व पर कई बड़े आरोप लगाए जिससे मामला और अधिक गरमाता चला गया।
अब उनका नया वीडियो और ताजा पोस्ट इस परिवारिक विवाद को एक बार फिर सुर्खियों के केंद्र में ले आया है। बिहार की राजनीति में रोहिणी आचार्य का यह खुला आक्रामक रुख आने वाले दिनों में बड़े राजनीतिक असर का संकेत देता दिखाई दे रहा है।

