छपरा की गलियों में इस वक्त सबसे ज़्यादा चर्चा है भोजपुरी सुपरस्टार और अब आरजेडी नेता खेसारी लाल यादव की। फिल्मों के पर्दे से जनता के बीच आए खेसारी ने आज छपरा की समस्याओं पर खुलकर बात की और कहा — “मैं छपरा के विकास के लिए पूरी ईमानदारी और दिल से काम करूंगा। अब बदलाव सिर्फ बातों में नहीं, ज़मीन पर दिखेगा।”
उन्होंने कहा कि छपरा में हालात वाकई गंभीर हैं। बरसात के मौसम में तो यहां प्रशासनिक दफ्तर तक डूब गए थे। खेसारी बोले — “डीएम ऑफिस में तक पानी घुस गया था, व्यापारी वर्ग को भारी नुकसान हुआ। अगर जलनिकासी की व्यवस्था ठीक होती, तो लोगों को इतनी दिक्कत नहीं होती। अब यह सब बदलना ज़रूरी है।”
खेसारी ने बच्चों की शिक्षा को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा — “मैं खुद एक आम परिवार से हूं। संघर्ष किया, मेहनत की और आज यहां तक पहुंचा। मैं चाहता हूं कि छपरा के बच्चे भी बेहतर स्कूलों में पढ़ें, बड़ा सोचें और बड़ा करें। जैसे मेरे बच्चे अच्छे स्कूलों में पढ़ते हैं, वैसे ही यहां के बच्चों को भी वो मौका मिलना चाहिए।”
राजनीति में आने को लेकर खेसारी ने दिल छू लेने वाली बात कही। उन्होंने कहा — “मैं राजनीति में आना ही नहीं चाहता था। मेरी इच्छा थी कि मेरी पत्नी चुनाव लड़ें, लेकिन हालात कुछ ऐसे बने कि मुझे खुद मैदान में उतरना पड़ा। अब जब आया हूं, तो सिर्फ जनता के लिए आया हूं।”
उन्होंने आगे कहा कि वे अब भी अपने संगीत से जुड़े रहेंगे, लेकिन जनता की सेवा के लिए वक्त निकालना उनकी प्राथमिकता होगी। “मैं संगीत को छोड़ नहीं रहा, बस अब उसे थोड़ा कम करूंगा ताकि लोगों के बीच रह सकूं, उनकी बात सुन सकूं, और उनकी ज़िंदगी आसान बना सकूं।”
खेसारी लाल यादव के इस बयान से साफ है कि वो सिर्फ एक कलाकार नहीं, बल्कि अब एक जिम्मेदार जनसेवक के रूप में जनता के दिलों में जगह बना रहे हैं। छपरा की उम्मीदें अब उनके साथ जुड़ चुकी हैं — और लोगों की ज़ुबान पर एक ही बात है, “खेसारी बदल देगा छपरा।”

