कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कड़ा हमला बोला है। जयराम रमेश ने कहा कि पीएम मोदी आज जननायक कर्पूरी ठाकुर के गांव जा रहे हैं, लेकिन इतिहास गवाह है कि अप्रैल 1989 में आरएसएस और जनसंघ ने कर्पूरी ठाकुर की राज्य सरकार को गिराया था।
जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी से तीन सवाल पूछे हैं। पहला, क्या यह सच नहीं है कि 1989 में आरएसएस और जनसंघ ने कर्पूरी ठाकुर की सरकार गिराई थी? दूसरा, 28 अप्रैल को प्रधानमंत्री ने कहा था कि जो लोग जातीय जनगणना की बात करते हैं, वे नक्सली सोच के हैं — क्या आज भी वे अपने उस बयान पर कायम हैं? तीसरा, क्या प्रधानमंत्री को यह नहीं लगता कि कांग्रेस की सोच को अर्बन नक्सल बताना गरीबों, पिछड़ों और वंचितों का अपमान है?
जयराम रमेश ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की डबल इंजन सरकार वास्तव में ‘ट्रबल इंजन सरकार’ है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के पास बिहार में मुख्यमंत्री का कोई चेहरा नहीं है, इसलिए वे अब जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम का राजनीतिक इस्तेमाल कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि कर्पूरी ठाकुर सामाजिक न्याय और समानता के प्रतीक थे, और भाजपा का इतिहास उनके आदर्शों के खिलाफ रहा है। जयराम रमेश ने चेतावनी दी कि प्रधानमंत्री केवल राजनीतिक लाभ के लिए पिछड़े वर्गों के नेताओं के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को साफ बताना चाहिए कि क्या वे कर्पूरी ठाकुर की विचारधारा में विश्वास करते हैं या केवल उनके नाम का इस्तेमाल वोट के लिए कर रहे हैं।

