पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद जनसुराज पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा बयान दिया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह और प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने बताया कि पार्टी को उम्मीद से कम वोट मिले, लेकिन इससे उनका मनोबल बिल्कुल भी नहीं टूटा। उन्होंने कहा कि जनता का समर्थन कम ज़रूर मिला, लेकिन जनसुराज की लड़ाई जारी रहेगी।
उदय सिंह ने बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि लोगों के मन में यह डर बैठा दिया गया कि अगर जनसुराज को वोट बढ़ा तो कहीं RJD फिर सत्ता में न आ जाए। इसी डर की वजह से बड़ी संख्या में वोट एनडीए के पक्ष में शिफ्ट हो गए।
सबसे बड़ा आरोप लगाते हुए उदय सिंह ने कहा कि बिहार सरकार ने चुनाव प्रभावित करने के लिए 40 हजार करोड़ रुपए खर्च किए और वोट खरीदे। उनका दावा है कि 14 हजार करोड़ रुपए ब्लड बैंक से लिए गए लोन में लगाए गए, जबकि राज्य के पास शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे बुनियादी क्षेत्रों में खर्च करने के लिए पैसे ही नहीं बचे।
जनसुराज का कहना है कि चुनाव को पैसे के दम पर प्रभावित करने की कोशिश पहले भी होती रही है, लेकिन इस बार सरकार ने लोकतंत्र में “पैसे की बाढ़” ला दी। यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने वाली बात है।
इसके बावजूद जनसुराज ने एनडीए की जीत को जनता का फैसला मानते हुए बधाई दी और उम्मीद जताई कि नई सरकार पारदर्शी, साफ-सुथरी और बिना दाग वालों को कैबिनेट में जगह देने वाली होगी।
उदय सिंह ने कहा कि भले ही इस बार वे विधानसभा में प्रवेश नहीं कर सके, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उनका संघर्ष खत्म हो गया है। पार्टी जनता के मुद्दों पर काम करती रहेगी और सच्ची राजनीति की लड़ाई आगे भी पूरी ताकत से जारी रहेगी।

