बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, राजनीतिक बयानबाज़ी भी तेज़ होती जा रही है। इसी बीच भाजपा सांसद और भोजपुरी अभिनेता मनोज तिवारी के बयान से स्वतंत्र प्रत्याशी ज्योति सिंह भड़क उठीं।
दरअसल, मनोज तिवारी ने ज्योति सिंह को “वोट कटवा” कह दिया था, जिस पर अब ज्योति सिंह ने शालीन लेकिन सख्त लहजे में जवाब दिया है।
उन्होंने कहा — “मनोज तिवारी मेरे आदरणीय हैं, बड़े भाई समान हैं, लेकिन उनका बयान बिल्कुल अनुचित है।”
ज्योति सिंह ने कहा कि वे किसी पार्टी की उम्मीदवार नहीं हैं, बल्कि जनता की उम्मीदवार हैं।
उन्होंने कहा — “अगर मेरे पास किसी पार्टी का सिंबल नहीं है, तो इसका मतलब यह नहीं कि मैं किसी का वोट काटने आई हूं। मैं जनता के समर्थन से मैदान में उतरी हूं, और 14 नवंबर को काराकाट की जनता ही मनोज तिवारी को जवाब देगी।”
ज्योति सिंह ने यह भी कहा कि उन्हें क्षेत्र के लोगों से जो स्नेह और आशीर्वाद मिल रहा है, वही उनकी असली ताकत है।
उन्होंने आत्मविश्वास के साथ कहा — “काराकाट का मूड बदल चुका है, इस बार जनता कुछ नया लिखने जा रही है।”
इसी दौरान उन्होंने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर भी निशाना साधा।
हाल ही में सम्राट चौधरी ने भोजपुरी अभिनेता खेसारी लाल यादव को ‘नचनिया’ कहकर संबोधित किया था।
इस पर ज्योति सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी — “किसी कलाकार को ‘नचनिया-बजनिया’ कहना बेहद शर्मनाक है। हम सब कलाकार हैं, अपनी कला से लोगों के दिलों में जगह बनाते हैं। अगर कलाकार इतने ही बुरे लगते हैं, तो फिर चुनावी मंचों पर भीड़ जुटाने के लिए इन्हीं कलाकारों को क्यों बुलाया जाता है?”
उन्होंने आगे कहा कि राजनीति में सम्मान और संघर्ष ही असली पहचान है।
“मैं किसी का अपमान नहीं करना चाहती, बस अपनी बात को सम्मानपूर्वक रखना चाहती हूं। मैं जनता के बीच हूं, और मुझे यकीन है कि सच्चाई की जीत होगी।”
चुनाव प्रचार के दौरान ज्योति सिंह के इन बयानों ने काराकाट के राजनीतिक माहौल में गर्मी ला दी है।
एक ओर वे खुद को जनता की आवाज़ बताती हैं, वहीं दूसरी ओर बीजेपी नेताओं पर कलाकारों का अपमान करने का आरोप लगा रही हैं।
अब नज़रें इस बात पर टिकी हैं कि 14 नवंबर को काराकाट की जनता किसे अपना सच्चा प्रतिनिधि चुनती है।

