बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे साफ होने लगे हैं और 243 सीटों के रुझानों में एनडीए क्लीन स्वीप करता दिख रहा है। पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में आई इस भारी लहर ने महागठबंधन को पूरी तरह बिखेर दिया है। लेकिन इन सबके बीच सबसे ज्यादा चर्चा में अगर कोई नेता हैं, तो वह हैं पीएम मोदी के ‘हनुमान’ कहे जाने वाले चिराग पासवान। इस बार चिराग पासवान ने ऐसा कमाल दिखाया है कि उनका प्रदर्शन नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव दोनों को पीछे छोड़ गया है।
इस चुनाव में चिराग पासवान ने 2000% स्ट्राइक रेट जैसा शानदार महारिकॉर्ड दर्ज करवा दिया है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने इस बार 29 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं और उनमें से 22 सीटों पर पार्टी मजबूत बढ़त बनाए हुए है। अगर यही बढ़त जीत में बदलती है तो एलजेपी का स्ट्राइक रेट 75% रहेगा—जो किसी भी क्षेत्रीय दल के लिए अभूतपूर्व माना जा रहा है।
2020 के चुनाव से तुलना करें तो फर्क चौकाने वाला है। तब चिराग पासवान ने एनडीए से अलग होकर 135 सीटों पर दांव लगाया था लेकिन सिर्फ एक सीट हासिल कर पाए थे। यानी उस चुनाव में उनका स्ट्राइक रेट सिर्फ 1% था। वहीं 2019 लोकसभा चुनाव में एलजेपी(R) ने सभी 6 सीटें जीतकर 100% स्ट्राइक रेट हासिल किया था। और अब 2025 में चिराग फिर से अपने रिकॉर्ड को नए स्तर पर ले जाते दिख रहे हैं।
2020 का प्रदर्शन याद रखें तो एलजेपी ने अकेले दम पर चुनाव लड़ते हुए लगभग 24 लाख वोट जुटाए थे, लेकिन नतीजा उनकी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा। वहीं बीजेपी ने 74 और जेडीयू ने 73 सीटें जीतकर मजबूत उपस्थिति दर्ज की थी।
इस बार नीतीश कुमार और बीजेपी के साथ खड़े होकर चिराग पासवान की ताकत कई गुना बढ़ती नजर आई। एनडीए गठबंधन में कुल 5 पार्टियां शामिल हैं—बीजेपी और जेडीयू 101-101 सीटों पर, एलजेपी(R) 29 पर और आरएलएम व हम 6-6 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं।
रुझानों के मुताबिक पूरा बिहार फिर से एनडीए के रंग में रंगता नजर आ रहा है और इसी लहर के बीच चिराग पासवान इस चुनाव के सबसे बड़े स्टार बनकर उभरे हैं।

