भोपाल। बिहार चुनाव 2025 में एक दिलचस्प ट्रेंड देखने को मिल रहा है—मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का प्रचार बिहार में निर्णायक साबित होता दिख रहा है। डॉ. मोहन ने बिहार की 26 विधानसभा सीटों में प्रचार किया था और अब रुझानों में उन्हीं 26 में से 21 सीटों पर NDA के उम्मीदवार बढ़त बनाए हुए हैं।
डॉ. मोहन यादव ने रुझानों पर कहा कि ये नतीजे उत्साह बढ़ाने वाले हैं। उन्होंने दावा किया कि 2014 के बाद प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने विकास की राजनीति का एक नया दौर देखा है। उसी लहर का प्रभाव है कि लगातार तीसरी बार बिहार में NDA सरकार की वापसी होती दिख रही है। हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली और अब बिहार—हर जगह का जनादेश यही बता रहा है कि जनता प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व पर भरोसा कर रही है और कांग्रेस सहित विपक्ष की कुव्यवस्थाओं को नकार रही है।
डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास से लेकर देश की सुरक्षा तक जो नीतियाँ लागू की हैं, उन्होंने पूरे देश का मनोबल बढ़ाया है। बिहार में NDA की इस बढ़त पर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, नीतीश कुमार, चिराग पासवान, जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा को बधाई दी। उन्होंने सभी विजयी उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं को भी शुभकामनाएँ दीं।
उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस ने राजद को डुबो दिया है। कांग्रेस के सबसे बड़े नेता ने तो चुनाव से पहले ही मैदान छोड़ दिया, और उसी का परिणाम आज उनके गठबंधन को भुगतना पड़ रहा है। जनता ने जो verdict दिया है, वही लोकतंत्र की सच्चाई है, और NDA सरकार एक बार फिर बिहार के विकास के लिए तैयार है।
डॉ. मोहन यादव की बिहार में की गई जनसभाओं की बात करें तो उन्होंने 15 अक्टूबर से लेकर 9 नवंबर तक पटना, गया, बिहार पश्चिम चंपारण, सहरसा, बांका, मधेपुरा, नवादा, मोतिहारी, पूर्वी चंपारण समेत कई जिलों में विशाल सभाएँ कीं। कुल 26 विधानसभा क्षेत्रों में उनका प्रचार अभियान चला और अब रुझान यह बता रहे हैं कि उन्हीं इलाकों में NDA बड़ी बढ़त बना चुका है।
बिहार का चुनावी मैदान अब लगभग साफ है—और इसमें डॉ. मोहन यादव की चुनावी रणनीति का असर साफ दिख रहा है।

