बालाघाट। मध्य प्रदेश के नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां 29 लाख रुपये के इनामी कुख्यात नक्सली दीपक ठाकुर उर्फ दीपक ने अपने साथी रोहित के साथ आत्मसमर्पण कर दिया है। दोनों नक्सली कोरका थाना क्षेत्र के CRPF कैंप पहुंचे और हथियारों सहित सरेंडर कर दिया।
दीपक ठाकुर, जो पलारीगोंदी गांव का निवासी है, वर्ष 1995 से मलाजखंड दलम में सक्रिय था और कई बड़े नक्सली हमलों में शामिल रहा है। उसके ऊपर मध्य प्रदेश सरकार ने 25 लाख और छत्तीसगढ़ सरकार ने 4 लाख का इनाम घोषित कर रखा था। आत्मसमर्पण के दौरान उसके पास से एक इंसास राइफल, तीन मैगजीन और 40 जिंदा कारतूस बरामद किए गए, जबकि उसके साथी रोहित ने भी अपने हथियार पुलिस के हवाले कर दिए।
बालाघाट पुलिस और CRPF की संयुक्त टीम लगातार नक्सलियों पर दबाव बना रही थी। इसी दबाव, सरेंडर पॉलिसी और परिवार से मिलने की इच्छा के चलते दीपक ने हथियार छोड़ने का फैसला किया। दोनों नक्सलियों को सरकार की सरेंडर पॉलिसी के तहत सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाएगा।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह आत्मसमर्पण बालाघाट–राजनांदगांव क्षेत्र में नक्सली नेटवर्क को कमजोर करने और गतिविधियों को खत्म करने की दिशा में एक बड़ी जीत साबित होगा।

