पटना। बिहार चुनाव के नतीजों ने एनडीए के लिए वह नारा सच साबित कर दिया—“2025 फिर से नीतीश”। इस बार जनता ने एनडीए को उम्मीद से कहीं ज्यादा सीटें दीं और जेडीयू, बीजेपी व सहयोगी दलों ने शानदार प्रदर्शन किया। इसी के साथ अब बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार की अगुवाई में नई सरकार बनने जा रही है।
20 नवंबर को शपथ ग्रहण की पूरी तैयारी
एनडीए की 200 से ज्यादा सीटों वाली बड़ी जीत के बाद अब शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियाँ अपने अंतिम चरण में हैं। जीते हुए विधायक, वरिष्ठ नेता और पार्टी अध्यक्ष अपनी-अपनी बात दिल्ली में अमित शाह और बीजेपी नेतृत्व तक पहुँचा रहे हैं। माना जा रहा है कि 20 नवंबर को नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
साथ ही उसी दिन एनडीए के कई नवनिर्वाचित विधायक भी मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। चर्चा है कि 15 से अधिक जेडीयू और 15 से अधिक भाजपा विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है, जबकि बाकी पद सहयोगी दलों को दिए जाएंगे।
गांधी मैदान बनेगा ऐतिहासिक पल का गवाह
पटना का गांधी मैदान एक बार फिर भव्य समारोह की तैयारी में चमक रहा है। टेंट, स्टेज और सुरक्षा इंतज़ामों की भागदौड़ साफ बताती है कि राज्य एक बड़े राजनीतिक पल का इंतज़ार कर रहा है।
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो सकते हैं, जिससे यह आयोजन और भी खास हो जाएगा।
कुल 36 मंत्री बन सकते हैं
दिल्ली से लेकर पटना तक सरकार गठन को लेकर तेजी से बैठकें चल रही हैं। दिल्ली में पीएम मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा मंत्रिमंडल के स्वरूप पर चर्चा कर रहे हैं, जबकि पटना में बीजेपी, जेडीयू, लोजपा (आर), हम और रालोमो के नेता अपने-अपने संभावित नामों को अंतिम रूप दे रहे हैं।
अनुमान है कि कुल 36 मंत्री इस नई सरकार का हिस्सा बनेंगे, और जेडीयू व बीजेपी के मंत्रियों की संख्या लगभग बराबर रहेगी।
20 नवंबर को बिहार फिर एक नए राजनीतिक अध्याय की शुरुआत करने जा रहा है—और नीतीश कुमार एक बार फिर राज्य की बागडोर संभालते हुए दिखाई देने वाले हैं।

