Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, राजनीतिक माहौल और भी गरमाता जा रहा है। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होना है, और उससे पहले हर दल ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। रैलियाँ, बयानबाज़ियाँ और आरोप-प्रत्यारोप… सब कुछ अब अपने चरम पर है।
इसी बीच कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा — “बिहार में अब महागठबंधन की सरकार बनने वाली है। और अगर गलती से एनडीए को बहुमत मिल भी गया, तो भी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा।”
कन्हैया का यह बयान चुनावी मैदान में नई हलचल पैदा कर गया है।
वहीं आरा से एक और बड़ी आवाज़ गूंजी — केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने मंच से ऐलान किया — “जो लोग चिराग पासवान को खत्म करने का सपना देख रहे हैं, वो यह जान लें कि मैं शेर का बेटा हूं, रामविलास पासवान का बेटा हूं। मैं सिर पर कफ़न बांधकर निकला हूं, और जब तक बिहार को विकसित राज्य नहीं बना दूँ, चैन की सांस नहीं लूंगा।”
चिराग के इस बयान ने समर्थकों में जोश भर दिया, और सभा तालियों से गूंज उठी।
लेकिन इस चुनावी जोश के बीच गयाजी से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के टिकारी विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी अनिल कुमार पर जानलेवा हमला हुआ। यह वारदात बुधवार, 29 अक्टूबर को दिघौरा गांव में हुई, जब अनिल कुमार अपने जनसंपर्क अभियान पर निकले थे।
अचानक भीड़ ने उनके काफिले को घेर लिया और ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया। हालात इतने बिगड़ गए कि मौके पर फायरिंग तक हुई। इस हमले में अनिल कुमार के सिर में गंभीर चोट आई, जबकि कई समर्थक भी घायल हो गए।
चुनावी माहौल अब सिर्फ शब्दों की लड़ाई नहीं रहा — बिहार में सियासत का तापमान अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है।

