पटना। पटना की सियासत आज फिर गरमा गई — बीजेपी सांसद और भोजपुरी सुपरस्टार मनोज तिवारी ने आज मीडिया के सामने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आस्था को ठेस पहुंचा कर राजनीति नहीं की जाती, और धर्म पर चोट करके कोई जनभावना नहीं जीत सकता। यह बयान उन्होंने आरजेडी प्रत्याशी खेसारी लाल यादव के विवादित बयान पर दिया।
मनोज तिवारी ने साफ कहा — “खेसारी मेरा छोटा भाई है और रहेगा, लेकिन किसी की आस्था का अपमान कर राजनीति नहीं की जाती।” उन्होंने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि यह वही लोग हैं जिन्होंने बार-बार सनातन का अपमान किया, कभी भगवान राम को लेकर बयान दिए, तो कभी छठ जैसे पवित्र पर्व को ड्रामा कह डाला।
मनोज तिवारी ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव दोनों पर हमला बोलते हुए कहा — “राहुल गांधी ने छठ का अपमान किया, और तेजस्वी उनके साथ खड़े हैं। जब आप ऐसे व्यक्ति के साथ खड़े हैं जो बिहार की संस्कृति का मजाक उड़ाता है, तो आप भी उतने ही दोषी हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि सम्राट चौधरी के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा — “सम्राट चौधरी कलाकारों का बहुत सम्मान करते हैं। वीडियो के साथ छेड़छाड़ हुई है। बीजेपी में कलाकारों का हमेशा आदर हुआ है।”
तेजस्वी यादव द्वारा महिलाओं को 10 हजार रुपये दिए जाने को लेकर की गई टिप्पणी पर भी मनोज तिवारी ने जवाब दिया। उन्होंने कहा — “यह कोई रिश्वत नहीं, बल्कि महिलाओं को सशक्त करने का प्रयास है। बीजेपी और एनडीए सरकार बिहार की हर महिला को आत्मनिर्भर बनाना चाहती है।”
मोकामा की हिंसक घटना पर उन्होंने कहा कि उन्हें FIR की जानकारी नहीं है, लेकिन उन्होंने भरोसा जताया कि चुनाव आयोग इस मामले पर जरूर कार्रवाई करेगा। वहीं उन्होंने यह भी साफ किया कि मुख्यमंत्री का चेहरा पहले से तय है — “एनडीए का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही रहेंगे, विधायक दल की बैठक तो सिर्फ संवैधानिक प्रक्रिया है।”
मनोज तिवारी का यह बयान न केवल चुनावी माहौल में हलचल पैदा कर रहा है, बल्कि यह भी साफ कर रहा है कि बीजेपी अपनी रणनीति धर्म, विकास और महिला सशक्तिकरण — तीनों मोर्चों पर लेकर मैदान में उतरी है।

