भोपाल में दीपावली के मौके पर लगे पोस्टरों ने सियासत को गर्मा दिया है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की ओर से लगाए गए पोस्टर में लिखा गया है – “दीपावली की खरीदी उनसे करें जो आपकी खरीदी से दिवाली मनाए”।
दरअसल, हिंदू उत्सव समिति ने साधु-संतों के साथ बैठक कर यह फैसला किया कि सनातनी से व्यवहार और व्यापार किया जाएगा। घर, पुताई, ज्वेलरी और अन्य सामान सनातनियों से ही खरीदा जाए, ताकि त्योहार का उत्सव सही ढंग से मनाया जा सके। वहीं, समिति ने यह भी कहा कि जो हिंदुओं को काफिर कहेंगे उनसे सामान ना खरीदा जाए।
इस पर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि जो भारत माता और देश को अपना मानते हैं, उनसे ही दीपावली की मिठाई, पटाखे और फल-सब्जी खरीदी जानी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह स्वदेशी व्यवहार है और अपनों से सामान खरीदने में कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई सामान पर थूकेगा तो जनता भी उसी पर प्रतिक्रिया देगी।
वहीं पूर्व कानून मंत्री और कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि देश के सभी त्यौहार सांप्रदायिक सौहार्द बढ़ाने के लिए मनाए जाते हैं, और किसी भी समूह का ऐसा विभाजन उचित नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति में हमेशा भाईचारा और समानता का महत्व रहा है और इसे चोट पहुंचाने वाले प्रयास अस्वीकार्य हैं।
इस पोस्टर विवाद ने भोपाल में दीपावली की खरीदारी और सांप्रदायिक सौहार्द के बीच सियासी बहस को नया आयाम दे दिया है।

