मध्यप्रदेश के मंडला में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद और राष्ट्रीय बजरंग दल के संस्थापक डॉ. प्रवीण तोगड़िया पहुंचे, जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं की एक बड़ी सभा को संबोधित किया। भाषण के दौरान उन्होंने संगठन को मजबूत करने, सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर जोर दिया, लेकिन इसी बीच उनका एक बयान चर्चा का सबसे बड़ा मुद्दा बन गया। तोगड़िया ने मंच से कहा कि वे सभी हिंदुओं से अपील करते हैं कि तीन बच्चे अवश्य पैदा करें। दो बच्चों की पढ़ाई माता-पिता संभालें और तीसरे बच्चे की शिक्षा का पूरा खर्च वे खुद उठाएंगे। उनका कहना था कि ऐसा करने से हिंदू राष्ट्र बनने की राह आसान होगी। उनके इस बयान पर सभा में मौजूद कार्यकर्ताओं ने तालियों से स्वागत किया, लेकिन साथ ही इसने एक बड़ा सवाल भी खड़ा कर दिया, क्योंकि सरकारी नियमों के मुताबिक ‘दो बच्चे नीति’ कई सेवाओं में लागू है और तीसरे बच्चे पर सरकारी नौकरी की पात्रता खत्म हो जाती है। ऐसे में तोगड़िया का बयान और प्रशासनिक सिस्टम एक-दूसरे के बिल्कुल उलट नज़र आते हैं। फिलहाल प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक और सामाजिक हलकों में इस बयान को लेकर हलचल तेज हो गई है। अब सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर क्या नया मोड़ सामने आता है।

