भोपाल। IAS संतोष वर्मा पर की गई सरकारी कार्रवाई को लेकर सपाक्स पार्टी ने कड़ा विरोध जताया है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हीरालाल त्रिवेदी ने साफ कहा कि वे इस कार्रवाई से बिल्कुल संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि संतोष वर्मा के खिलाफ FIR दर्ज की जाए, गिरफ्तार किया जाए और निलंबन की कार्रवाई कर प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाए, क्योंकि वे फर्जीवाड़े से IAS बने हैं।
इधर कांग्रेस ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केवल उप सचिव पद से हटाना किसी बड़ी कार्रवाई की श्रेणी में नहीं आता। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने आरोप लगाया कि संतोष वर्मा कई बार सिविल सेवा आचरण का उल्लंघन कर चुके हैं और उन पर उत्पीड़न व फर्जी दस्तावेजों का उपयोग जैसे गंभीर आरोप हैं। उन्होंने कहा कि जब तस्कर की बहन मंत्री प्रतिमा बागरी और विवादित बयान देने वाले मंत्री विजय शाह पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो सरकार का संतोष वर्मा पर छोटी सी कार्रवाई करना केवल दिखावा है। कांग्रेस की मांग है कि वर्मा को बर्खास्त किया जाए, FIR हो और जेल भेजा जाए।
संतोष वर्मा के हालिया बयान ने भी विवाद को और भड़का दिया। एक वीडियो में उन्होंने आरोप लगाया था कि हाईकोर्ट SC-ST वर्ग के बच्चों को सिविल जज बनने से रोक रहा है। इस बयान का स्टेट बार काउंसिल सहित कई संगठनों ने कड़ा विरोध किया और इसे राजनीति प्रेरित बताया।
सरकार ने फिलहाल संतोष वर्मा को कृषि विभाग से हटाकर GAD पूल में अटैच कर दिया है और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पदोन्नति पाने के आरोप में उन्हें सेवा से बर्खास्त करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है। यह कार्रवाई ब्राह्मण समाज की बेटियों को लेकर की गई उनकी अमर्यादित टिप्पणी और कारण बताओ नोटिस का संतोषजनक जवाब न देने के बाद की गई है।

