पटना। बिहार चुनावी माहौल में अब जुबानी जंग अपने चरम पर है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बड़ा वादा किया है — उन्होंने कहा कि अगर बिहार में उनकी सरकार बनती है, तो सिर्फ बीस महीने के अंदर हर घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। तेजस्वी का दावा है कि यह उनका “मिशन रोजगार” है, और वो इसे रिकॉर्ड समय में पूरा करेंगे।
लेकिन तेजस्वी के इस ऐलान ने एनडीए खेमे में हलचल मचा दी है। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने इस पर तंज कसते हुए सोशल मीडिया पर लिखा —
“लालू परिवार की सत्ता की बौखलाहट देखकर ऐसा लगता है कि अगली प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी कहेंगे — अगर राजद की सरकार बनी तो हर परिवार को चांद और मंगल ग्रह पर चार कठ्ठे का फार्महाउस देंगे!”
और फिर मांझी ने अपने चिर-परिचित अंदाज़ में जोड़ा —
“बेटा ललटेनवा… गदहा चाहे कितनी कोशिश कर ले, ओकर सिर पर सिंग नहीं निकल सकता… बूझे?”
मांझी का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है और दोनों खेमों के समर्थक आमने-सामने आ गए हैं।
तेजस्वी यादव का कहना है कि इस बार महागठबंधन सिर्फ “सामाजिक न्याय” की बात नहीं करेगा, बल्कि अब फोकस “आर्थिक न्याय” पर होगा। उन्होंने कहा — “हम बिहार के हर परिवार को आत्मनिर्भर बनाएंगे, ताकि कोई युवा नौकरी के लिए दर-दर न भटके।”
तेजस्वी ने एनडीए पर भी सीधा निशाना साधते हुए कहा कि पिछले बीस सालों में एनडीए ने बिहार को सिर्फ बेरोजगारी और असुरक्षा दी है, जबकि महागठबंधन लोगों को सम्मान और स्थिरता देगा। उन्होंने कहा — “हम ठगने नहीं, काम करने आए हैं। हमारे वादे हवा में नहीं, ज़मीन पर उतारने वाले हैं।”
अब एक तरफ तेजस्वी रोजगार के वादे के साथ मैदान में हैं,
तो दूसरी तरफ मांझी अपने व्यंग्य भरे तीरों से विपक्ष पर निशाना साध रहे हैं।
बिहार की सियासत में ललटेन और सिंग वाली यह लड़ाई, अब हर दिन और दिलचस्प होती जा रही है।

