जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक मिशनरी स्कूल पर हिंदू छात्र के धर्म परिवर्तन का गंभीर आरोप लगा है। छात्र के परिजनों का कहना है कि पढ़ाई के नाम पर स्कूल भेजे गए उनके बेटे का वहां टीचर और फादर ने ब्रेनवॉश कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया। मामला सामने आने के बाद छात्र के पिता हिंदूवादी संगठनों के साथ आधारताल थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
आधारताल निवासी सत्यनारायण शर्मा ने बताया कि उनका दूसरा बेटा नीलम शर्मा सेंट जेवियर मिशनरी स्कूल में पढ़ाई के साथ नीट की तैयारी कर रहा था। इसी दौरान स्कूल की एक महिला टीचर और दो फादरों के संपर्क में आने के बाद बेटे का व्यवहार पूरी तरह बदल गया। पिता का आरोप है कि उनका बेटा चर्च जाने लगा और घर में रखी हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां तोड़ दीं, माता रानी की तस्वीरें फाड़ दीं और घर में यीशु के गाने बजाने लगा। जब परिजनों ने इसका विरोध किया तो वह गाली-गलौज और तोड़फोड़ पर उतर आया।
परिजनों के अनुसार फादर और टीचर के प्रभाव में आने के बाद छात्र न केवल खुद ईसाई बन गया, बल्कि माता-पिता पर भी धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगा। पिता का कहना है कि उनका बेटा मानसिक रूप से पूरी तरह बदल चुका है और घर का माहौल भय और तनाव से भरा हुआ है।
राष्ट्रीय बजरंग दल की प्रांतीय अध्यक्ष प्रीति धनधारिया ने बताया कि पीड़ित पिता उनके पास मदद के लिए पहुंचे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि सेंट जेवियर स्कूल की महिला टीचर पलक सिंह और वहां के फादरों ने छात्र का ब्रेनवॉश कर उसे ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि छात्र माता-पिता के साथ मारपीट तक करने लगा था और पूरे परिवार को धर्म बदलने के लिए मजबूर कर रहा था। बजरंग दल ने मामले की निष्पक्ष जांच कर आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

