भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का विंटर सेशन आज प्रश्न काल के साथ शुरू हुआ और शुरुआत होते ही सदन में किसानों के मुद्दे पर गर्मागर्मी देखने को मिली। कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने ग्वालियर जिले में अतिवृष्टि से किसानों को हुए नुकसान का मामला उठाते हुए कहा कि प्रशासन सिर्फ तीन किसानों का नुकसान दिखा रहा है और उन्हें मात्र 15 हजार रुपए मुआवजा दिया गया है, जबकि असल में कई तहसीलों में बड़ी संख्या में किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं। उनका आरोप था कि उनके सवाल का जवाब भी गलत दिया गया है और जो प्रश्न उन्होंने पूछा ही नहीं, उसका उत्तर सदन में रखा गया।
इस पर संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सदन में जवाब देते हुए कहा कि बार-बार यह आरोप लगाया जा रहा है कि विधायकों के प्रश्न बदले जा रहे हैं, और यह सीधे-सीधे आसंदी पर सवाल उठाने जैसा है, जो बेहद आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा कि कुछ विधायक अपने विधायी अधिकारों का ईमानदारी से उपयोग नहीं कर रहे और बाद में पूरी व्यवस्था पर सवाल उठा देते हैं।
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि यदि इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा चाहिए तो प्रश्नकाल से अलग 10 मिनट का विशेष समय निर्धारित कर दिया जाए। वहीं विधानसभा अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि राहत राशि के लिए पहले से तय मापदंड हैं, और अगर कोई किसान इन मापदंडों में फिट नहीं बैठा तो उसे राहत राशि नहीं मिल पाएगी।
विंटर सेशन के पहले ही दिन किसानों के नुकसान, गलत जवाब और प्रश्न बदलने जैसे मुद्दों ने सदन का माहौल गर्म कर दिया।

