पटना। बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है। दुलारचंद यादव हत्याकांड में जेडीयू उम्मीदवार और पूर्व विधायक अनंत सिंह की देर रात पटना पुलिस ने गिरफ्तारी कर ली है। इस केस में अनंत सिंह पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। दुलारचंद के परिजनों का आरोप है कि अनंत सिंह के समर्थकों ने पहले गोली चलाई और फिर गाड़ी चढ़ाकर उनकी हत्या कर दी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी यही सामने आया है कि दुलारचंद की मौत कुचलने से हुई। इस मामले में कुल पांच लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है और अब इस गिरफ्तारी पर सियासी बयानबाज़ी शुरू हो चुकी है।
राघोपुर से आरजेडी उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर बड़ा बयान देते हुए कहा, “ये तो होना ही था… बिहार में महाजंगलराज की स्थिति है। आज प्रधानमंत्री बिहार में हैं और आरा-रोहतास में पिता-पुत्र की हत्या हो जाती है। क्या प्रधानमंत्री को ये नहीं दिखता?” तेजस्वी ने कहा, “हमारी महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है। 14 नवंबर को नतीजे आएंगे, 18 नवंबर को शपथ ग्रहण होगा और 26 नवंबर से 26 जनवरी के बीच तेजस्वी सुनिश्चित करेगा कि सभी अपराधी जेल जाएं। सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।”
तेजस्वी ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधा और कहा, “मोदी जी रोड शो करने बिहार आते हैं, लेकिन फैक्ट्री बनाते हैं गुजरात में। 11 साल में एक नौकरी नहीं दी और अब एक करोड़ नौकरी देने की बात करते हैं। अब उनका जुमला नहीं चलेगा।”
वहीं यूपी के डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता केशव प्रसाद मौर्य ने इस पूरे मामले पर कहा, “नीतीश कुमार की सरकार में कानून व्यवस्था दुरुस्त है। चुनाव के दौरान ऐसी घटना होना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन कार्रवाई भी हुई है। नीतीश कुमार की सरकार में कोई पक्षपात नहीं होता, न्याय होता है।”
तेजस्वी के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा, “अगर तेजस्वी यादव अपने सभी उम्मीदवारों को उपमुख्यमंत्री भी बना दें, तब भी राजद-कांग्रेस गठबंधन बिहार में 50 सीटों का आंकड़ा पार नहीं कर पाएगा।”
वहीं जेडीयू विधान पार्षद नीरज कुमार ने भी तेजस्वी पर हमला बोलते हुए कहा, “सरकार ने कार्रवाई कर दी, लेकिन तेजस्वी यादव खुद अपराधियों को टिकट देते हैं। रीतलाल यादव जैसे लोगों को वे महिमामंडित करते हैं। एडीआर की रिपोर्ट बताती है कि राजद ने सबसे ज्यादा अपराधियों को टिकट दिया है। बिहार की जनता जानती है और महिलाएं भी ये जानती हैं कि जब नीतीश कुमार हैं, तो लोग महफूज़ हैं।”
अब देखना दिलचस्प होगा कि अनंत सिंह की गिरफ्तारी का असर मोकामा और आसपास की सियासत पर कितना पड़ता है, और क्या तेजस्वी का “सभी अपराधियों को जेल भेजने” वाला बयान वाकई जनता के दिलों में कोई नई उम्मीद जगाता है या नहीं।

