मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में उज्जैन एयरपोर्ट का ऐतिहासिक एग्रीमेंट: मध्य प्रदेश का बना 9वां कमर्शियल एयरपोर्ट, धार्मिक पर्यटन को मिलेगी नई उड़ान

मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर प्रदेश को मिली एक ऐतिहासिक सौगात — उज्जैन अब बन गया है राज्य का नवां कमर्शियल एयरपोर्ट। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में उज्जैन एयरपोर्ट के लिए एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर हुए, और इसी के साथ धार्मिक पर्यटन को एक नई उड़ान मिल गई।

अब महाकालेश्वर के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को इंदौर एयरपोर्ट पर उतरने की मजबूरी नहीं रहेगी, क्योंकि जल्द ही वे सीधे उज्जैन तक पहुंच सकेंगे। यह कदम न सिर्फ मध्य प्रदेश की हवाई कनेक्टिविटी को और मज़बूत करेगा, बल्कि प्रदेश के आर्थिक और धार्मिक पर्यटन को भी नई दिशा देगा।

राज्य स्थापना दिवस के इस खास मौके पर भोपाल के राजा भोज एयरपोर्ट से ‘पीएम श्री हवाई पर्यटन हेलीकॉप्टर सेवा’ की भी शुरुआत की गई। इसी कार्यक्रम के दौरान उज्जैन एयरपोर्ट के अनुबंध से जुड़ी सभी औपचारिकताएं पूरी की गईं। इस मौके पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू और विधि एवं न्याय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी मौजूद रहे।

उज्जैन एयरपोर्ट के महत्व पर बात करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा — “उज्जैन विश्व प्रसिद्ध है, चाहे वह सिंहस्थ कुंभ का आयोजन हो या भगवान महाकालेश्वर का मंदिर। अब यहां हवाई सेवा शुरू होने से लाखों पर्यटकों के लिए यह यात्रा और भी सहज और सुगम हो जाएगी।” उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश को क्षेत्रीय विमानन केंद्र के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि पर्यटन और निवेश दोनों को नई ऊर्जा मिल सके।

यह एग्रीमेंट ‘अभ्युदय मध्यप्रदेश अभियान’ का हिस्सा है — एक ऐसा अभियान जो उद्योग, निवेश और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पारदर्शी नीतियों और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण मध्य प्रदेश आज निवेशकों की पसंद बनता जा रहा है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा — “आज का दिन मध्य प्रदेश के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। उज्जैन एयरपोर्ट के शुरू होने से लाखों श्रद्धालु और पर्यटक सीधे महाकाल की नगरी पहुंच सकेंगे। हमारी सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए संकल्पित है।”

मध्य प्रदेश अब केवल भौगोलिक रूप से नहीं, बल्कि आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन दृष्टि से भी उड़ान भरने को तैयार है — और उज्जैन एयरपोर्ट इस नई यात्रा की सबसे अहम कड़ी साबित होने जा रहा है।

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