लखनऊ। उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में तेजी से उस भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहा है, जहां नवाचार, अनुसंधान और अत्याधुनिक तकनीक विकास की मुख्य ताकत बनेंगे। प्रदेश में स्थापित 7 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को मंजूरी मिल चुकी है, जो अब भारत की तकनीकी अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
ये सेंटर ऑफ एक्सीलेंस यूपी में स्टार्टअप क्रांति को नई रफ्तार दे रहे हैं, जिससे युवाओं के लिए तकनीक आधारित उद्यमिता के बड़े अवसर खुल रहे हैं। सरकार की यह पहल न सिर्फ राज्य के स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत कर रही है, बल्कि उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर एक इनोवेशन हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट विजन है कि नया उत्तर प्रदेश ज्ञान, प्रौद्योगिकी और उद्यमिता को आधार बनाकर आत्मनिर्भरता की नई मिसाल पेश करे, और यही विजन अब जमीन पर उतरता हुआ नजर आने लगा है।

