पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों के बाद राजनीति में नया बवाल खड़ा हो गया है। महागठबंधन इस बार सिर्फ 35 सीटों पर सिमट गया, वहीं नीतीश कुमार ने 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली और उनके साथ 26 मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली। लेकिन इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल ने एक के बाद एक पोस्ट कर सोशल मीडिया में हलचल मचा दी है। आरजेडी का दावा है कि बिहार चुनाव के नतीजों में भारी घपला हुआ है और कई सीटों पर साजिश के तहत बड़ी संख्या में वैलेट पेपर को रिजेक्ट कर दिया गया। आरजेडी ने तीन विधानसभा क्षेत्रों के आंकड़े सार्वजनिक किए हैं और उन्हें “जबरन बेईमानी से हरायी गयी सीटों के झकझोरने वाले आंकड़े” बताया है। आरजेडी के मुताबिक नबीनगर विधानसभा में पार्टी सिर्फ 112 वोट से हार गई, जबकि 132 पोस्टल बैलेट को रिजेक्ट कर दिया गया। अगिआंव में CMPIL के उम्मीदवार को 95 वोट से हार मिली, जबकि 175 पोस्टल बैलेट रिजेक्ट किए गए। संदेश विधानसभा में आरजेडी को मात्र 27 वोट से हार मिली, पर 360 पोस्टल वोटों को अमान्य कर दिया गया। इन आंकड़ों को सामने रखते हुए आरजेडी ने आरोप लगाया है कि नतीजों में गड़बड़ी की गई और जानबूझकर विपक्षी उम्मीदवारों को हराया गया।
इसके साथ ही विपक्ष ने एक बार फिर चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस और इंडिया गठबंधन लगातार ‘वोट चोरी’ और ‘ईवीएम गड़बड़ी’ के आरोप दोहरा रहे हैं। कुछ दिन पहले एक राजद नेता ने तो यह भी दावा कर दिया था कि बिहार में चुनाव से पहले ही ईवीएम में 25 हजार वोट मौजूद थे। हालांकि चुनाव आयोग ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि ईवीएम में पहले से वोट होना तकनीकी रूप से संभव ही नहीं है। फिलहाल, नतीजों के बाद छिड़ा यह नया विवाद बिहार की राजनीति को एक बार फिर गर्मा चुका है और आने वाले दिनों में यह मुद्दा कितना बड़ा रूप लेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।

