Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का प्रचार आज यानी रविवार को अपने अंतिम दौर में है। शाम 6 बजे प्रचार का शोर थम जाएगा, और उसके बाद 11 नवंबर को 20 जिलों की 122 सीटों पर वोटिंग होगी। चुनावी माहौल पूरी तरह गर्म है और इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अररिया में एनडीए के समर्थन में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। मंच से उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और कहा कि बिहार को एक बार फिर से जंगलराज में नहीं लौटने देना है।
योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में कहा कि बिहार की जनता का जोश और उत्साह ये साफ बताता है कि जब 14 नवंबर को ईवीएम खुलेगी तो जनता एक बार फिर एनडीए सरकार को चुनने जा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार का इतिहास गौरवशाली रहा है, लेकिन कुछ लोगों ने इस गौरव को कलंकित किया। ये वही लोग हैं जिन्होंने बिहार की पहचान को संकट में डाल दिया, नौजवानों के भविष्य से खिलवाड़ किया और अब चुनाव के वक्त बड़े-बड़े वादे कर जनता को फिर से बहकाने की कोशिश कर रहे हैं। योगी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा — जिन लोगों का अतीत कलंकित और काला है, उन पर विश्वास करने की गलती मत करना।
अपने संबोधन में उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस और राजद की सरकार के दौर में बिहार उस स्थिति में पहुंच गया था, जहां कभी ज्ञान देने वाला प्रदेश खुद अपनी साक्षरता को लेकर सवालों में घिर गया। उन्होंने कहा कि 2005 में जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी, तभी से बिहार ने तरक्की की राह पकड़ी। आज बिहार का नौजवान आईएएस, आईपीएस, आईएफएस बनकर देश-विदेश में नाम रोशन कर रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने जनता से अपील की कि बिहार की विकास यात्रा को रुकने मत देना, क्योंकि यही वो राह है जो राज्य को उजाले की तरफ ले जा रही है। उन्होंने कहा, “लोग आएंगे, बड़ी-बड़ी बातें करेंगे, झूठे वादे करेंगे, लेकिन याद रखिए — बिहार में फिर से जंगलराज नहीं आने देना है।”
अररिया की इस रैली में योगी आदित्यनाथ का आक्रामक अंदाज़ और जनता का जोश साफ संकेत दे रहा था कि बिहार की सियासत का तापमान अब अपने चरम पर पहुंच चुका है, और निर्णायक दिन 11 नवंबर को सबकी नजरें इसी पर टिकी होंगी कि जनता किसे मौका देती है — विकास को या फिर अतीत के उस अंधेरे दौर को।

