अनूपपुर। मध्य प्रदेश के अनूपपुर में हुए डबल मर्डर केस का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा कर दिया है। जिस पिता और नौकरानी की हत्या ने पूरे इलाके को दहला दिया था, उस वारदात के पीछे खुद मृतक का बेटा ही निकला। उसने अपने चार साथियों के साथ मिलकर यह खौफनाक साजिश रची थी और सौतेली मां को भी मौत के घाट उतारने की कोशिश की थी। फिलहाल पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
10 दिसंबर को लखनपुर थाना क्षेत्र में राजेंद्र उर्फ बबलू पटेल और उनके घर में काम करने वाली नौकरानी सीमा बैगा की लाश खून से सनी हालत में मिली थी। इसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस ने जांच शुरू की और शहडोल रेंज की DIG सविता सोहाने ने अज्ञात आरोपियों पर 30 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। कुछ ही दिनों में पुलिस ने इस दोहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली।
जांच में सामने आया कि राजेंद्र पटेल की पहली पत्नी से हुआ बेटा आलोक उर्फ सूरज, पिता और सौतेली मां के व्यवहार से लंबे समय से नाराज़ था। हाल ही में पिता ने उसे डांटा था और जमीन-जायदाद छोटे भाई के नाम करने की बात चल रही थी। इन्हीं बातों से गुस्से में आकर आलोक ने दोस्तों के साथ मिलकर अपने पिता, सौतेली मां और नौकरानी को मारने की योजना बनाई।
आलोक ने 5 लाख रुपए की सुपारी तय की और रात 9 से 10 दिसंबर के बीच अपने चार किशोर दोस्तों के साथ घर में घुसकर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। इस हमले में राजेंद्र और नौकरानी सीमा की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सौतेली मां रूपा पटेल गंभीर रूप से घायल हो गईं और अभी जबलपुर में उनका इलाज चल रहा है।
पुलिस ने आरोपी बेटे आलोक और दो नाबालिग साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से कुल्हाड़ी, मोबाइल फोन और अन्य सबूत भी बरामद किए गए हैं। जबकि दो आरोपी—देवेंद्र सोनवानी और एक नाबालिग—अब भी फरार हैं। उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस टीम छत्तीसगढ़ रवाना हो चुकी है।
इस दोहरे हत्याकांड ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि जब गुस्सा और लालच इंसान पर हावी हो जाए, तो खून के रिश्ते भी मायने नहीं रखते।

