बिहार की राजनीति इस वक्त उफान पर है, क्योंकि नई सरकार बनने की तैयारियाँ तेज़ हो चुकी हैं और इसी बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि शपथ ग्रहण के बाद किस-किस नेता को मंत्री बनाया जाएगा। राजधानी पटना में आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी पहुंच रहे हैं और उनकी नीतीश कुमार से अहम मुलाकात होने वाली है। इस मुलाकात के बाद कई बड़े फैसलों पर मुहर लग सकती है।
सबसे ज़्यादा चर्चा BJP की अंदरूनी रणनीति को लेकर है, क्योंकि यह बात तेज़ी से चल रही है कि पार्टी इस बार अपने डिप्टी सीएम को बदल सकती है। पिछली सरकार में यह जिम्मेदारी निभा रहे विजय सिन्हा को हटाया जा सकता है, जबकि मौजूदा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का भविष्य भी फिलहाल पूरी तरह साफ नहीं है। हालांकि वे अभी भी इस रेस में मज़बूत दावेदार बने हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी इस बार अपने कोटे से लगभग पूरी टीम बदलने के मूड में है। पिछली सरकार में पार्टी के 19 मंत्री थे, लेकिन अब इनमें बड़े बदलाव तय माने जा रहे हैं। इसी बीच सहयोगी दलों में भी हलचल है। HAM से संतोष मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता कुशवाहा का नाम जोर पकड़ रहा है। LJP(R) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी के साथ-साथ संजय पासवान और संजय सिंह पर भी मंथन चल रहा है।
वहीं JDU दूसरी ओर BJP की तरह बड़े बदलाव की तरफ नहीं बढ़ रही है। पिछली बार के 13 मंत्रियों में से लगभग 10 चेहरे दोबारा लौट सकते हैं। शिक्षा, गृह, ऊर्जा, ग्रामीण विकास जैसे भारी-भरकम विभाग फिलहाल नीतीश कुमार के पास ही हैं और खबरें कहती हैं कि वे विभागीय फेरबदल के पक्ष में नहीं हैं, जबकि बीजेपी बड़े मंत्रालय अपने हिस्से में चाहती है।
अब जानते हैं संभावित मंत्रियों की सबसे चर्चित सूची —
बीजेपी से: सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, नितिन नवीन, श्रेयसी सिंह, रमा निषाद, मंगल पांडेय, रेणु देवी, जनक राम, रामकृपाल यादव जैसे नाम सबसे आगे माने जा रहे हैं।
जेडीयू से: बिजेंद्र यादव, विजय कुमार चौधरी, जमा खान, श्रवण कुमार, लेसी सिंह, रत्नेश सदा, मदन सहनी, उमेश कुशवाहा और कलाधर मंडल का नाम लगभग तय बताया जा रहा है।
सहयोगी दलों से: आरएलएम की ओर से स्नेहलता कुशवाहा और HAM से संतोष मांझी की एंट्री लगभग पक्की मानी जा रही है।
अमित शाह की आज की मुलाकात, NDA की संयुक्त बैठक और शपथ समारोह — इन सबके बीच बिहार की सियासत में अगले 24 घंटे बेहद निर्णायक होने वाले हैं।

