भोपाल। मध्य प्रदेश की सियासत एक बार फिर गर्म हो गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं—आरोप कर्ज के पहाड़, भ्रष्टाचार और जनता के पैसों की खुली बर्बादी के। पटवारी का कहना है कि मध्य प्रदेश आज इतनी गहरी खाई में धकेला जा चुका है कि हर नागरिक पर 60 हजार रुपये का कर्ज चढ़ गया है, और सरकार रोजाना 165 करोड़ रुपये का नया कर्ज ले रही है। उधर जनता दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रही है, लेकिन सरकार कर्ज लेकर राजनीतिक इवेंट्स चमकाने में लगी है।
पटवारी ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार बड़े-बड़े भाषण देती है, लेकिन असलियत में माइक्रोफोन से लेकर टेंट और भीड़ तक… सब कुछ कर्ज के पैसों से खरीदा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनता के नाम पर रोजाना इवेंट होते हैं लेकिन जनता की असल हालत देखने वाला कोई नहीं। यहीं नहीं… विदेश यात्राओं को लेकर उन्होंने बड़ा खुलासा किया कि सिर्फ तीन विदेशी दौरों पर 34 करोड़ रुपये खर्च किए गए, यानी लगभग हर दिन 3 करोड़ रुपये। उनका सवाल था—क्या यही विकास है? किसान फसल के दाम के लिए तरसें और सरकार विदेश घूमने में करोड़ों उड़ाए?
पटवारी यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार रोजाना हेलीकॉप्टर उड़ाने पर 25 लाख रुपये खर्च कर रही है। इसे उन्होंने सीधी भाषा में “राजनीतिक अय्याशी” बताया। उनकी मानें तो जब विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने मुद्दा उठाया, तो खुद सरकार ने स्वीकार किया कि तीन यात्राओं पर 34 करोड़ खर्च हुए—जो साबित करता है कि प्राथमिकता जनता नहीं, बल्कि सत्ता का सुख है।
उन्होंने कहा कि किसान परिवार जद्दोजहद कर रहे हैं, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा, किसान फसल के दाम के लिए परेशान हैं, लेकिन सरकार कर्ज लेकर विदेश यात्राएं, भव्य कार्यक्रम और हेलीकॉप्टर की मौज कर रही है। पटवारी का दावा है कि भाजपा सरकार जनता के पैसों पर विलासिता में डूबी हुई है और मध्य प्रदेश को कर्ज, भ्रष्टाचार और फिजूलखर्ची की खाई में धकेल रही है।

